इंजीनियरिंग विभाग में बिना नोटिस 18 सस्पेंड

पटना। दानापुर मंडल के इंजीनियरिंग विभाग से जुड़े 18 कर्मचारियों को बिना कारण बताये सस्पेंड कर दिया गया है. इससे आक्रोशित विभागीय कर्मियों ने अपने सीनियर सहायक अभियंता अखिलेश कुमार के खिलाफ लिखित शिकायत करते हुए रेल मंत्री, रेल राज्य मंत्री सहित पूर्व मध्य रेल के महा प्रबंधक एके मित्तल को आवेदन दिया है.

पत्र में इंजीनियरिंग विभाग के आइओडब्ल्यू और पीडब्ल्यूआइ विभाग के उक्त 18 कर्मचारियों ने आरोप लगाया है कि उन्हें बिना नोटिस दिये सस्पेंड कर दिया गया है, जो रेलवे के नियम की अवहेलना है. इनमें तीन कर्मचारी दो-दो बार सस्पेंड किये गये हैं, जबकि एक को बरखास्त भी कर दिया गया है.

विभाग के सस्पेंड हुए सभी रेल कर्मचारियों का कहना है कि उन्हें सस्पेंड करने से पहले किसी तरह का कोई नोटिस नहीं दिया गया है. इतना ही नहीं दानापुर मंडल के कार्मिक विभाग में भी नोटिस नहीं दिया जाता है. सहायक अभियंता के खिलाफ उतरे आइओडब्ल्यू के कर्मचारियों ने बताया कि सहायक सीनियर अभियंता अपने कनीय कर्मचारियों के साथ हमेशा अभद्र तरीके से व्यवहार करते हैं. इस वजह से कर्मचारियों को काम करने में जहां परेशानी होती है, वहीं सस्पेंड हुए कर्मचारी डिप्रेशन का शिकार हो रहे हैं. शिकायत में रेलकर्मियों ने सस्पेंड मामले की निष्पक्ष तरीके से जांच कराये जाने की मांग की है.

सस्पेंड कर्मचारियों को नहीं मिल रहा वेतन : निलंबित हुए कर्मचारियों में कुछ पिछले साल, जबकि कुछ इस साल निलंबित किये गये हैं. इनको पिछले कई माह से वेतन नहीं मिल रहा है. इससे उनकी आर्थिक स्थिति खराब होती जा रही है. कर्मचारियों के अनुसार निलंबन के समय आधा वेतन देने का नियम है, जबकि पूरे वेतन देने पर रोक लगा दी गयी है. ऐसे में परिवार का खर्च चलाना भी मुश्किल हो रहा है.

मुङो जनवरी महीने से ही इंजीनियर विभाग के वरीय सहायक अभियंता अखिलेश कुमार ने सस्पेंड किया है. मुङो आज तक कोई नोटिस भी नहीं जारी किया गया है. वह चेहरा देख कर कर्मचारियों के साथ व्यवहार करते हैं. उन्हें जो पसंद नहीं होता, उन्हें बिना शो कॉज के सस्पेंड कर देते हैं. उनका यही रवैया रहता, तो हमलोग नौकरी छोड़ने को मजबूर हो जायेंगे.
ज्योति प्रकाश, इंजीनियर पीडब्ल्यूआइ विभाग ( दो माह से सस्पेंड)