ग्रामीण बैंक कर्मचारियों का आमरण अनशन शुरू

मंडी। प्रदेश ग्रामीण बैंक कर्मचारी संघ व अधिकारी एसोसिएशन ने मांगों के समर्थन में शुक्रवार को मंडी के चाणनी (सेरी) में आमरण अनशन शुरू कर दिया है। दोनों संगठनों की तरफ से अनुराग जोशी, शाम सिंह, विधी चंदी व सोहणू राम आमरण अनशन पर बैठे। इससे पहले बैंक कर्मचारियों ने शहर में रैली निकाली और बैंक प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी की।

संगठन के महामंत्री सुनील कुमार ने कहा कि आमरण अनशन का निर्णय बैंक अध्यक्ष के अडियल व तानाशाही रवैये को देखते हुए लेना पड़ा है। कर्मचारियों की मांगों व पंजाब नेशनल बैंक के साथ दिल्ली में 27 अक्टूबर को समझौता वार्ता हुई थी। बैंक प्रबंधन ने मानी गई मांगों से पीछे हटते हुए कुछ माह पूर्व हुए आंदोलन में शामिल संगठन के पदाधिकारियों पर कार्रवाई करते हुए उन्हें चार्जशीट थमा दी। बैंक में 25 वर्ष से कार्य कर रहे सफाई कर्मचारियों का मानदेय उनके खातों में नहीं डाला जा रहा है। संगठन द्वारा बैंक में संदेशवाहकों के सैकड़ों रिक्त पदों पर इन्हें समाहित करने की मांग की जा रही है। बैंक प्रबंधन संदेशवाहकों को बैंक से निकालने पर विचार कर रहा है।

सरकार ने निर्णय लिया है कि सभी कर्मचारियों को वेतन खातों के माध्यम से दिया जाए। लेकिन बैंक प्रबंधन इस मामले में नियमों की अवेहलना कर रहा है। बैंक हिमाचल का होने के बावजूद भर्ती के लिए साक्षात्कार बैंक अध्यक्ष द्वारा हरियाणा में लेना संदेह के घेरे में आता है। संगठन साक्षात्कार बैंक के प्रधान कार्यालय में आयोजित करने की मांग कर रहा है। बैंक में स्थानातंरण नीति के तहत स्थानांतरण नहीं हो रहे हैं।

पंजाब नेशनल बैंक के नौ अधिकारियों की मुख्यालय में तैनाती से हिमाचल प्रदेश ग्रामीण बैंक पर दो करोड़ रुपये का अतिरिक्त बोझ पड़ रहा है। कर्मचारियों को रोकडि़या भत्ता, पेट्रोल सुविधा, 150 प्रतिशत आवास भत्ता, कंप्यूटर वेतन वृद्धि नहीं दी जा रही है। यदि 21 मार्च को दिल्ली वार्ता में मांगों पर सहमति नहीं बनी तो आंदोलन और उग्र किया जाएगा। 25 मार्च को पंजाब नेशनल बैंक के मुख्यालय दिल्ली में प्रदर्शन व 30 मार्च को हिमाचल प्रदेश ग्रामीण बैंक में आम हड़ताल होगी। महेंद्र पाल, लता ठाकुर व बलबीर कुमार शर्मा ने भी संबोधित किया।