हरियाणा सरकार को सर्व कर्मचारी संघ की चेतावनी

फरीदाबाद। सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा की प्रदेश कमेटी के आह्वान पर सोमवार को केन्द्रीय आम बजट में कॉरपोरेट घरानों को भारी लाभ देने व कर्मचारियों एवं मध्यम वर्ग पर अप्रत्यक्ष करों का बोझ डालने के प्रस्तावों के खिलाफ उपायुक्त कार्यालय पर जोरदार प्रदर्शन किया।

जिला प्रधान लज्जाराम की अध्यक्षता में आयोजित इस प्रदर्शन में विभिन्न विभागों के सैंकड़ों कर्मचारियों ने भाग लिया। प्रधानमंत्री के नाम प्रेषित ज्ञापन उपायुक्त अमित अग्रवाल को सौंपकर कर्मचारी-मजदूर विरोधी प्रस्ताव को वापिस लेने की मांग की। जिला सचिव युद्धवीर सिंह खत्री द्वारा संचालित इस प्रदर्शन में मुख्य वक्ता के तौर पर बोलते हुए सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के महासचिव सुभाष लाम्बा ने कहा कि 17 मार्च को हरियाणा सरकार बजट पेश कर रही है, अगर सरकार ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में दर्ज हरियाणा के कर्मचारियों को पंजाब के समान वेतनमान देने, गेस्ट टीचरों सहित सभी कच्चे कर्मचारियों को पक्का करने, ठेका प्रथा समाप्त करने, कच्चे कर्मचारियों को पक्के कर्मचारियों के समान वेतनमान देने के लिए बजट में प्रावधान नहीं किया तो कर्मचारी पुन: आन्दोलन छेडऩे पर विवश होंगे।

संघ के मुख्य संगठनकर्ता विरेन्द्र डंगवाल ने कहा कि केन्द्र सरकार ने आयकर छूट की सीमा नहीं बढ़ाकर कर्मचारी वर्ग को निराश किया है। प्रदर्शन में बैंक, बीमा, टेलीकॉम, रेलवे व रक्षा आदि में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) पर रोक लगाने, सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों में विनिवेशीकरण करने के प्रस्ताव को वापिस लेने, रोजगार के अवसर सृजित करने और ठेका प्रथा की बजाय स्थायी रोजगार देने की व्यवस्था करने, शिक्षा व स्वास्थ्य पर बजट बढ़ाने, ताकि नागरिकों को उक्त सुविधाएं आसानी से मुहैया हो सके, आयकर छूट की सीमा बढ़ाकर 5 लाख करने व सेवाकर में बढ़ोतरी के प्रस्ताव को वापिस लेने, ईपीएफ व ईएसआई के साथ छेड़छाड़ न करने, जीपीएफ, ईपीएफ व अल्प बचतों की ब्याज दरों में बढ़ोतरी करने, मनरेगा के बजट में बढ़ोतरी करने व शहरी क्षेत्र में भी इसे लागू करने, खाद्य सुरक्षा प्रणाली को मजबूत करने, आईसीडीएस के बजट में की गई कटौती वापिस लेकर इसमें बढ़ोतरी करने, महंगाई पर रोक लगाने के लिए ठोस कदम उठाने, अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में आई गिरावट का लाभ आम उपभोक्ताओं को देने आदि मांगों को प्रमुखता से उठाया गया।

प्रदर्शन में सीटू के प्रधान निरंतर पराशर, सचिव लालबाबू शर्मा, सर्व कर्मचारी संघ के नेता रघुनाथ शर्मा, गांधी सहरावत, गोपीचंद, रामचरण, धर्मबीर वैष्णव, टीकाराम शर्मा, सतपाल नरवत, शब्बीर अहमद, रामभरोसे, जगन सिंह, रमेशचंद तेवतिया आदि शामिल थे।