मेवात। अव्यवस्थाओं को लेकर सुर्खियों में रहने वाले मेडिकल कालेज में अनुबंध आधार पर लगे कर्मचारी पिछले एक साल से बढ़ा हुआ वेतन न मिलने पर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं। करीब ढाई सौ कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने से अस्पताल की व्यवस्था चरमरा गई है और मरीजों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। हालात ये बने कि डॉक्टरों ने काफी मरीजों को अस्पताल में दाखिल ही नहीं किया तो कुछ मरीजों को ठीक होने से पहले ही छुट्टी दे दी। जो मरीज अलग-अलग वार्डो में भर्ती थे, उन्हें एक वार्ड में किया गया। यहां पर उन्हें पूरा इलाज न मिलने के कारण को दिक्कत का सामना करना पड़ा।
बता दें कि शहीद हसन खां मेवाती मेडिकल कॉलेज में करीब ढाई सौ कर्मचारी अनुबंध पर लगे हुए हैं जिन्हें वेतन के रूप में डीसी रेट दिया जा रहा है। इन कर्मचारियों का आरोप है कि नर्सिग व अन्य स्टाफ को वर्ष 2014-15 में बढ़ाया गया साढ़े 12 फीसद वेतन आज तक नहीं दिया गया। लैब टेक्नीशियन को यह बढ़ा हुआ वेतन पिछले दो वर्ष से नहीं मिल रहा है। हम इस मांग को लेकर कई बार कॉलेज के निदेशक से मिले लेकिन वे सिर्फ झूठे आश्वासन ही परोसते रहे।
वहीं डायरेक्टर ने उन्हें बताया कि सभी कर्मचारियों की डिमांड उपायुक्त को भेज दी है। जबकि डायरेक्टर कार्यालय से इस फाइल को इतना विलंब करके भेजा गया कि उपायुक्त ने साफ मना कर दिया है कि अब वे इसमें कुछ नहीं कर सकते। मेडिकल कॉलेज प्रशासन की इस लापरवाही से दुखी होकर कर्मचारीगेट पर तंबू लगा अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए। कर्मचारियों का आरोप है कि अब डायरेक्टर अनुबंध पर लगे कर्मचारियों को यह कहकर झांसे में ले रहे हैं कि जब तक उनके अनुबंध का नवीनीकरण नहीं होता तब तक कर्मी अपनी जिम्मेदारी पर काम करें अन्यथा वे वेतन के जिम्मेदार नहीं होंगे।
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