बिजली और सफाई कर्मचारी एक साथ हड़ताल पर

रांची। रंगों का त्योहार होली खुशियों का पैगाम लेकर आता है. लोग फैमिली मेंबर्स और फ्रेंड्स के साथ इसे खूब इन्जॉय करते हैं. लेकिन इस बार की होली रांची के लोगों की अंधेरे में गंदगी के बीच खेली जाएगी. कारण एक तरफ जहां झारखंड विद्युत सप्लाई तकनीकी श्रमिक संघ ने 5 मार्च से हड़ताल कर ब्लैक आउट की घोषणा की है, वहीं रांची नगर निगम में सफाई के लिए लगाए गए दैनिक भोगी कर्मचारी और कूड़े का उठाव करने वाले ट्रेक्टर ओनर्स ने अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने की घोषणा किए हैं.

इसके साथ ही सफाई करने वाले लेबर, रेजा और कुली भी सैलरी नही मिलने के कारण काम ठप करने की चेतावनी दे चुके हैं. अगर ऐसा होता है तो होली के मौके पर एक तरफ जहां सिटी में जगह-जगह कूड़े-कचरा का अंबार लगा रहेगा, वहीं लोगों के घर में बिजली भी नहीं रहेगी. इससे होली का मजा किरकिरा होना तय है.

रविवार को झारखंड विद्युत सप्लाई तकनीकी श्रमिक संघ के बैनर तले अध्यक्ष अजय राय के नेतृत्व में रांची के अल्बर्ट एक्का चौक पर झारखंड ऊर्जा विकास निगम की वादा खिलाफी और अपनी मांगों को लेकर विद्युत कर्मियों ने प्रदर्शन किया.

डेली वेजेज पर काम कर रहे फ् हजार बिजलीकर्मी स्थायी नियुक्ति, ग्रुप बीमा पांच लाख करने और वरीयता के आधार पर वेतन भुगतान को लेकर सोमवार को झारखंड विधानसभा का घेराव करेंगे. इसके बाद इसी दिन रात क्ख् बजे के बाद सभी कर्मी अनिश्चित कालीन हड़ताल पर चले जाएंगे. झारखंड विद्युत सप्लाई तकनीकी श्रमिक संघ के अध्यक्ष अजय राय ने बताया कि हम लोग नहीं चाहते हैं कि पब्लिक को कोई परेशानी हो, लेकिन ऊर्जा विकास निगम के अधिकारी आश्वासन के बाद भी हमारी मांगों पर विचार नहीं कर रहे हैं. इस कारण मजबूरन हड़ताल पर जाने के अलावा कर्मचारियों के पास और कोई चारा नहीं है. ये कर्मचारी सीधे बिजली की सप्लाई से जुड़े हुए हैं ऐसे में इनके हड़ताल पर चले जाने से इसका असर विद्युत की सप्लाई पर पड़ेगा. बिजली बत्ती रांची समेत पूरे झारखंड में गुल हो जाएगी और इसकी सारी जवाबदेही सरकार की होगी.

विद्युत सप्लाई से जुड़े दैनिक भोगी कर्मचारियों के जिम्मे ही विद्युत सप्लाई का अधिकतर काम है. पूरे झारखंड में ख्म् ग्रिड और 7 एरिया बोर्ड हैं, जहां से बिजली का ट्रांसमिशन और सप्लाई होता है. इन कामों में लाइन मैन, स्विच ऑपरेटर समेत फ् हजार कर्मचारी दैनिकभोगी हैं. ऐसे में इनके हड़ताल पर चले जाने से बिजली की सप्लाई और ट्रांसमिशन पूरी तरह प्रभावित हो जाएगी.

लेकिन ये मांगें अब तक पूरी नहीं की गई हैं. इस कारण सभी कर्मचारी हड़ताल पर जाने का मन बना चुके हैं.

झारखंड विद्युत सप्लाई तकनीकी श्रमिक संघ के अध्यक्ष अजय राय ने बताया कि संघ के साथ ख्भ् अगस्त को ही झारखंड ऊर्जा विकास निगम लिमिटेड के साथ एक समझौता हुआ था. इसमें कई मांगों को लेकर अधिसूचना जारी करने का आश्वासन मिला था. लेकिन, यह अधिसूचना अब तक जारी नहीं की गई. मुख्यालय में हुई इस मीटिंग में ऊर्जा मंत्री और सीएमडी भी थे.