
सिवान के राजीव रोशन तेजाब हत्याकांड में जब कोर्ट ने विगत 3 जनवरी 2016 को 6 महीने के भीतर ट्रयाल पूरा करने का आदेश दिया तो एक सोची समझी राजनीति के तहत सरकार ने ट्रयाल नहीं होने दिया ताकि शहाबुद्दीन जैसे आतंकी जेल से बाहर आ सके और एक बार पुनः बिहार में जो जंगल राज- 3 चल रहा था उसको और भी मार-धाड़ एक्शन के साथ चला सके।
साथ हीं उनहोने कहा की दिनांक14 सितम्बर को शहाबुद्दीन को जेल से छोड़े जाने के विरोध में जिला मुख्यालय पर एक दिवसीय धरना कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। जिसमें आमजनो से अपील की है की अधिक से अधिक संख्या में जिला मुख्यालय अररिया पहुँचकर बिहार सरकार के आपराधियों के समर्थन नीति के खिलाफ अपना विरोध दर्ज करायें।
Social Plugin