अयोध्या में माथा नहीं टेकेंगे तो प्रधानमंत्री नहीं बनेंगे लालू: तोगड़िया

असदुर रहमान/कटिहार। विहिप के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष और अपनी विवादित बयान बाजी के लिए मशहूर डॉ प्रवीण तोगड़िया इन दिनों सीमांचल के दौड़े पर हैं। 6 सितम्बर को उन्होंने कटिहार, अररिया का दौड़ा किया जबकि 7 सितम्बर को किशनगंज में जनसभा किया। कटिहार के श्रम कल्याण केन्द्र के प्रांगण में आयोजित एक कार्यक्रम धर्म सुरक्षा निधि के कार्यक्रम में शिरकत किया। 

उन्होंने लोगों को धर्म की सुरक्षा कैसे हो इसपर बल देते हुए, बिहार की राजनीति पर टिप्पणी करते हुए नितीश और लालू को आरे हाथों लिया। उन्होंने कहा की  कश्मीर में 3 लाख हिन्दू पीड़ित है.. पीड़ित पंडित जम्मू में शरणार्थी बने हुए हैं.. सर्वदलीय लोगों ने कश्मीर जाकर जो मुलाकात किया.. किसी ने जाकर पीड़ित पंडितों और 32000 सेना-पुलिस से कोई पूछताछ किया क्या ?उन्होंने देश में बढ़ रही आबादी पर कटाक्ष करते हुए कहा की  हिन्दू अपना जनसँख्या बढ़ावे,धर्मपरिवर्तन बंद हो,सब के लिए दो बच्चे पैदा करने का नियम लागू हो,देश की राजसत्ता पर कब्जा करो.. कानून बदलो.. हिन्दू को रोजगार दो.. पुरखे एक-हिन्दू एक। 
बीते दिनों की बात के लिए.. लालू यादव को बताया अपना PMM(PUBLICITY MARKETING MANEGER).. कहा कभी बिहार में लालू जी ने आने से रोका था.. जिससे पुरे देश में मुझे लोकप्रिय कर दिया था लोकप्रिय.. इसलिए वो मेरे विरोधी नही हैं ,कहा की लालू जी अगर अयोध्या में माथा नहीं टेकेंगे तो वो प्रधानमंत्री नहीं बनेंगे ,और देश के कानून और संविधान में बदलाब की जरुरत है। मदर टरेसा को संत की उपाधि दिए जाने के सवाल पर कहा कि जिनकी मौत पेट फूलने वाली बीमारी से हो , उन्हें कैसे मिला संत की उपाधि। 

उन्होंने टेक्स और सब्सिडी पर कहा की अकलियतों के बच्चे को सभी चीजों में छूट ,हज में सब्सिडी दिया जाता है ,लेकिन कुम्भ जैसे जगहों के लिए कोई सब्सिडी नहीं ,मुस्लिमो के बेटे बेटियों को नौकरी देने की स्पर्धा चली है। उन्होंने अकलियतों ,और दूसरे धर्म पर सीधा निशाना साधते हुए ,हिंदुओं को खुद अपनी सत्ता बनाने पर बल दिया।  उन्होंने बिहार में शराब बंदी के बंद किये जाने का समर्थन करते हुए ,गुटका ,पानमसाला ,जैसे पदार्थ को भी बंद करने का अपील किया ताकि लोगों की सेहत बानी रहे ,लोग गम्भीर बिमारियों से बचे। उन्होंने राम मंदिर पर अपना राय देते हुए कहा की मंदिर तो बनेगा ,क्योंकि प्रधानमंत्री अपने वचन के पक्के हैं ,और उनका समर्थन अपने साथ है।